Saturday, 16 January 2016

मुलाकात नहीं हो रहे हैं

जैसे ही मैं निकल रहा था 
आप सबसे मिलने
की "दस्त" ने 
दस्तक दे दी 
कहा 
कहाँ चले मेरे रहते ?
मैंने हाथ जोड़ दिया
कहा 
जी हुजूर 
मुझ में इतना 
हिम्मत कहाँ ?
उन्ही से 
निपटने लगा हूँ 
आप चाहे तो 
निपटने का 
कुछ नुस्खा बताएं 
इनसे मैं 
कब से कह रहा हूँ 
मुझे और न सताएं 
पर क्या करूँ ?
ये जाने का नाम 
नहीं ले रहें हैं 
यही वजह है 
की
आप से मुलाकात 
नहीं हो रहे हैं
धन्यवाद
14/08/2014

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