गंदे पानी की धार जब तेज रहती है तो उसके ऊपर की झाग बहुत सफ़ेद और सुन्दर दिखती है जबकि अंदर किसी भी तरह की परिवर्तन नहीं होती . वही जब स्थिर होता है तो वो अपना पूर्ण स्वरूप में ही दीखता है . इसलिए जरुरी नहीं है की सुन्दर दिखने बाली मनुष्य , वस्तु सुन्दर ही होगा इसे गहराई से जांच और परखना चाहिए . शायद यही कारन होगा की सेक्सपेयर ने कहा होगा - "All that glitters is not gold"
- Sanjay Jha "Nagdah"
No comments:
Post a Comment