मन मे है विश्वास
न ख़ुशी आराम करता है
न गम
वक्त गुजर जाती है
विना किये गति परिवर्तन
किस घडी को बिता रहे हो
ध्यान करो
क्योकि एक जायेगी
तभी दूसरी आएगी
रास्ता की दुरी तुम्हे पता नहि
जाने बाले दूसरे को ढूंढ
पता भी तो बताएगी
इस बीच
ना ख़ुशी होगी ना गम
ये मत सोचना
जिंदगी ऐसी रहेगी हरदम
मत सोच ज्यादा
ये तो आती और जाती ही रहती है
कभी खुशी कभी गम
इसी का तो नाम है
जिंदगी ये हमदम .....
इसी का तो नाम है
जिंदगी ये हमदम .....
----- संजय झा "नागदह"
दिनांक - 06 /02 /2015
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