Friday, 15 January 2016

सीता माता वंदना

तर्ज़ & जय जय भैरवि अशुर भयाऊनि
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जय जय सीता मिथिला तारिणी  
जनक धिया सुखदाई 
सुंदर सुमति दिय हे माता
दुःख निवारू माई 
जय जय सीता मिथिला तारिणी। 
अति कोमल राम ह्रिदय वासिनी  
हनुमत के आहां माई 
रावण राक्षस  मारक कारण  
रामक नाम देखाई
जय जय सीता मिथिला तारिणी ।
गोर वरन नयन अतिसुंदर    
मधुर वचन तोर माता 
पति परमेश्वर मात्र आहां बुझल 
दोसर कियो ने विधाता 
जय जय सीता मिथिला तारिणी ।
हनुमत के आहां अमर बनाओल 
पति के आज्ञा सिरु अपनाओल
लव - कुश के स्वाबलंबी बनाओल 
संजय के ने बिसरू माता 
जय जय सीता मिथिला तारिणी ।


संजय कुमार झा "नागदह" 
Dated : 05/08/2013

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