प्रभु हम देखल ध्यानहि रे
अति मेघ विशाला
श्यामल वर्ण अद्भुत छवि रे
लागथि विकराला
आँखि जखन मोर खुजल रे
सब सुन्न सपाटा
पुनि हम ध्यान लगाओल रे
जुनि टुटहि ध्याना !
------sanjay jha "nagdah" 17/07/2015
रातुक बारह बजे कनियां सं फोन पर बतियाइत छत पर गेलौं कि देखैत छी आगि लागल। जोर सं हल्ला कैल हौ तेजन हौ तेजन रौ हेमन .. अपन पित्तियौत भैयारी स...
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