रविवार, 17 जनवरी 2016

अछि हिम्मत त' देखा दिय

अछि हिम्मत त' देखा दिय
मिथिला राज्य बना दिय
नए बेसी त' अलखे जगा दिय 
जंतर मंतर पर एक आध- लाख मैथिली जुटा दिय 
अहींक गरदनि में पहिरयाब 
माला गुलाब के 
गाँव गाँव में मैथिल के अपन अधिकार के लेल 
जगा दिय 
मिथिलाक अस्तित्व अहीं त' बचा लिय

27/07/2014

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

बीहनि कथा - चुप्प नै रहल भेल ?

रातुक बारह बजे कनियां सं फोन पर बतियाइत छत पर गेलौं कि देखैत छी आगि लागल। जोर सं हल्ला कैल हौ तेजन हौ तेजन रौ हेमन .. अपन पित्तियौत भैयारी स...

आहाँ सभक बेसी पसन्द कएल - आलेख /कविता /कहानी